इस आर्टिकल में भारत की प्रमुख नदियाँ और उनके उद्गम स्थल के बारे में जानकारी दी गई है। जानें भारत की प्रमुख नदियों से संबंधित प्रश्न उत्तर के बारे में। कौन सी नदी किस राज्य में है और उसकी सहायक नदियाँ कौन कौन सी हैं, आइये इसे विस्तार से जानते हैं।
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भारत की प्रमुख नदियां
नदियों को सदानीरा या बरसाती दो प्रकार से विभाजित किया जा सकता है। सदानीरा नदियों का स्रोत झील, झरना अथवा हिमनद होता है और वर्ष भर जलपूर्ण रहती हैं। जबकि बरसाती नदियाँ बरसात के पानी पर निर्भर करती हैं। उदाहरण के लिए गंगा, यमुनाए कावेरी, ब्रह्मपुत्र आदि नदियाँ सदानीरा हैं।
डेल्टा किसे कहते हैं?
जब कोई नदी सागर या झील में गिरती है तो वेग में कमी के कारण मुहाने पर उसके मलबे का निक्षेप होने लगता है जिससे वहां विशेष प्रकार के स्थल रूप का निर्माण होता है। इस स्थल रूप को डेल्टा कहते हैं।
एस्चुअरी किसे कहते हैं ?
एस्चुअरी या ज्वारनदमुख नदी का जलमग्न मुहाना जहाँ स्थल से आने वाले जल और सागरीय खारे जल का मिलन होता है नदी के जल में तीव्र प्रवाह के कारण जब मलवों का निक्षेप मुहाने पर नहीं होता है तथा नदी जल के साथ मलबा भी समुद्र में गिर जाता है तो नदी का मुहाना गहरा हो जाता है ऐसे गहरे मुहाने को एस्चुअरी कहते हैं।
हिमालय से निकलने वाली नदियाँ
हिमालय से निकलने वाली नदियों को सिन्धु नदी-तंत्र, गंगा नदी-तंत्र तथा ब्रह्मपुत्र नदी-तंत्र तीन प्रमुख नदी-तंत्रों में विभाजित किया गया है। इन तीनों नदी-तंत्रों का विकास एक अत्यन्त विशाल नदी “शिवालिक” या “हिन्द-ब्रह्म नदी” से हुआ था। यह नदी ओसम से पंजाब तक बहती थी। इन नदियों के तंत्रों को विस्तार से जानते हैं।
सिन्धु नदी
सिन्धु नदी तिब्बत के मानसरोवर झील के निकट ‘चेमायुंगडुंग’ ग्लेशियर से निकलती है। इसकी कुल लम्बाई 2,880 किमी. है और भारत में इसकी लम्बाई 1,114 किमी. है। सिन्धु की सहायक नदियां सतलज, व्यास, रावी, चिनाब, श्योक, काबुल, कुर्रम, गोमल और झेलम आदि हैं।
गंगा नदी
यह नदी उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले में गोमुख के निकट गंगोत्री हिमनद से भागीरथी के रूप में निकलकर देवप्रयाग में अलकनंदा एवं भागीरथी के संगम के बाद संयुक्त धारा गंगा नदी के नाम से जानी जाती है। इलाहाबाद के निकट गंगा से यमुना मिलती है जिसे संगम या प्रयाग कहा जाता है।
ब्रह्मपुत्र नदी
ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत में मानसरोवर झील के निकट आंग्सी हिमनद से होता है। यह नदी तिब्बत में सांग्पो नाम से जानी जाती है। बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र को जमुना नाम से जाना जाता है। ब्रह्मपुत्र नदी सहायक नदियां सुबनसिरी, कामेंग, मानस, संकोज, तीस्ता और लोहित, दिबांग, धनश्री, कालांग हैं।
यमुना नदी
यमुना नदी, गंगा की सबसे लम्बी लगभग 1,370 KM की सहायक नदी है। यह बंदरपूंछ श्रेणी पर स्थित यमुनोत्री हिमनद से निकलती है। यमुना की प्रमुख सहायक नदियां हिंडन, ऋषि गंगा, चंबल, बेतवा, केन एवं सिंध है।
नर्मदा नदी
नर्मदा नदी मैकाल पर्वत की अमरकंटक चोटी से निकलती है। नर्मदा का प्रवाह क्षेत्र मध्यप्रदेश में 87%, गुजरात में 11.5% और महाराष्ट्र में 1.5% है। नर्मदा विन्ध्याचल पर्वत माला एवं सतपुडा पर्वतमाला के बीच भ्रंश घाटी में बहती है।
यह अरबसागर में गिरने वाली प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है और खंभात की खाड़ी में गिरने पर यह एश्चुअरी का निर्माण करती है। नर्मदा नदी की सहायक नदियां तवा, बरनेर, दूधी, शक्कर, हिरन, बरना, कोनार और माचक हैं।
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झेलम नदी
यह पीरपंजाल पर्वत की श्रेणी में शेषनाग झील के पास वेरीनाग झरने से निकलती है और बहती हुई वूलर झील में मिलती है और अंत में चिनाब नदी में मिल जाती है। इसकी सहायक नदी किशनगंगा है, जिसे पाकिस्तान में नीलम कहा जाता है।
चिनाब नदी
यह नदी सिन्धु नदी की सबसे बड़ी सहायक नदी है, जो हिमाचल प्रदेश में चन्द्रभागा कहलाती है। यह नदी लाहुल में बाड़ालाचा दर्रे के दोनों ओर से चन्द्र और भागा नामक दो नदियों के रूप में निकलती है।
रावी नदी
इस नदी का उद्गम स्थल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे के समीप है। यह पंजाब की पांच नदियों में सबसे छोटी है।
व्यास नदी
इस नदी का उद्गम स्थल भी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे के निकट व्यासकुंड है। यह सतलज की सहायक नदी है। यह कपूरथला के निकट ‘हरिके’ नामक स्थान पर सिन्धु से मिल जाती है। यह पुर्ण रूप से भारत में(460-470 किमी.) बहती है।
सतलज नदी
सतलज नदी तिब्बत में मानसरोवर के निकट राकस ताल से निकलती है और भारत में शिपकीला दर्रे के पास से प्रवेश करती है। भाखड़ा नांगल बांध सतलज नदी पर बनाया गया है।
हुगली नदी
हुगली नदी पश्चिम बंगाल में गंगा नदी की वितरिका के रूप में उद्गमित होती है एवं बंगाल की खाड़ी में जल गिराती है।
गोमती नदी
गोमती नदी उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जनपद से निकलती है एवं गाजीपुर के निकट गंगा में मिलती है। इसके किनारे पर लखनऊ, जौनपुर व गाजीपुर शहर बसे हैं।
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रामगंगा नदी
रामगंगा नदी नैनीताल में गैरसेण के निकट गढ़वाल की पहाड़ीयों से निकलकर कन्नौज के समीप गंगा में मिलती है।
सिंध नदी
सिंध नदी गुना जिले के सिरोंज तहसील के पास से निकलती है।
बेतवा नदी
बेतवा नदी मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में विन्ध्य पर्वत माला से निकलती है। यह हमीरपुर के निकट यमुना नदी में मिलती है।
केन नदी
केन नदी मध्यप्रदेश के सतना जिले में कैमूर की पहाड़ी से निकलती है और बांदा के निकट यमुना में मिल जाती है।
सोन नदी
सोन नदी अमरकंटक की पहाडि़यों से निकलकर पटना से पहले गंगा नदी में मिलती है।
चम्बल नदी
चम्बल नदी मध्यप्रदेश के मऊ (इन्दौर) के समीप स्थित जानापाव पहाड़ी से निकलती है और इटावा के समीप यमुना नदी में मिलती है। इसकी सहायक नदियां बनास, पार्वती, कालीसिंध और क्षिप्रा है।
क्षिप्रा नदी
क्षिप्रा नदी इन्दौर के निकट काकरी पहाड़ी से निकलती है और चम्बल में मिलती है। उज्जैन में क्षिप्रा के तट पर महाकाल का मंदिर है और यहाँ पर हर 12 वर्ष बाद कुंभ का मेला लगता है।
महानदी नदी
महानदी नदी का उद्गम मैकाल पर्वत की सिंहाना पहाड़ी, धमतरी जिला, छत्तीसगढ़ से होता है। इसका प्रवाह क्षेत्र छत्तीसगढ़ एवं ओडीसा राज्य में है। यह बंगाल की खाड़ी में अपना जल गिराती है।
कालीसिंध नदी
कालीसिंध नदी मध्यप्रदेश के देवास जिले के बागली गांव में विन्ध्य पहाड़ी से निकलती है एवं चम्बल नदी में मिल जाती है।
गोदावरी नदी
गोदावरी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है। गोदावरी को ‘दक्षिण गंगा’ व ‘वृद्ध गंगा’ भी कहा जाता है। इस नदी का उद्गम नासिक जिले की त्र्यम्बक पहाड़ी से होता है। गोदावरी महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसढ़, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, ओडीसा, कर्नाटक और पुदुचेरी राज्यों से होकर बहती है।
पार्वती नदी
पार्वती नदी मध्य प्रदेश में विन्ध्य श्रेणी से निकलती है एवं राजस्थान में चंबल नदी में मिल जाती है।
कोसी नदी
कोसी नदी सात धाराओं से मुख्य धारा अरूण नाम से माउण्ट एवरेस्ट के पास गोसाईथान चोटी से निकलती है और भागलपुर जनपद में गंगा नदी में मिलती है। अपना रास्ता बार-बार बदलने एवं बाढ़ लाने के कारण यह नदी बिहार का शोक कहलाती है।
हुगली नदी
हुगली नदी पश्चिम बंगाल में गंगा की वितरिका के रूप में इसका उद्गम होता है तथा यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
तमसा या दक्षिणी टोंस नदी
तमसा नदी कैमूर की पहाड़ीयों से निकलकर इलाहबाद से आगे गंगा नदी में मिलती है।
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साबरमती नदी
यह उदयपुर, राजस्थान के निकट अरावली पर्वत माला से निकलती है और गुजरात से होते हुए खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है।
माही नदी
माही नदी मध्य प्रदेश के धार जिले में विन्ध्याचल पर्वत से निकलती है इसका प्रवाह मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात राज्यों में है। इसकी सहायक नदियां सोम और जाखम है। यह खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है।
तापी नदी
तापी नदी मध्यप्रदेश के बैतुल जिले के मुल्लाई नामक स्थान से निकलती है। यह सतपुड़ा एवं अजंता पहाड़ी के बीच भ्रंश घाटी में बहती है। तापी नदी का बेसिन महाराष्ट्र 79%, मध्यप्रदेश 15% और गुजरात 6% है।
यह नदी खंभात की खाड़ी में अपना जल गिराती है और एश्चुअरी का निर्माण करती है। तापी की मुख्य सहायक नदी पूरणा है।
कृष्णा नदी
कृष्णा नदी का उद्गम महाबलेश्वर से होता है और यह बंगाल की खाड़ी में डेल्टा बनाती है। कृष्णा नदी महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना एवं आंध्रप्रदेश से होकर बहती है। यह प्रायद्वीपीय भारत की दुसरी सबसे लंबी नदी है।
कावेरी नदी
कावेरी नदी कर्नाटक राज्य के कुर्ग जिले की ब्रह्मगिरी की पहाड़ीयों से निकलती है। यह दक्षिण भारत की एकमात्र नदी है जिसमें वर्ष भर सत्त रूप से जल प्रवाह बना रहता है। इसके अपवाह का 56% तमिलनाडु, 41% कर्नाटक और 3% केरल में पड़ता है।
घाघरा या सरयु नदी
यह नेपाल के मपसा तुंग हिमानी से निकलती है एवं बिहार के छपरा के निकट गंगा में मिलती है। इसकी सहायक नदियां राप्ती एवं शारदा हैं। घाघरा के किनारे बसे शहर अयोध्या, फैजाबाद, बलिया हैं।
गण्डक नदी
गण्डक नदी नेपाल में शालिग्रामी नदी नाम से जानी जाती है। यह भारत में पटना के निकट गंगा नदी में मिलती है।
बनास नदी
बनास नदी अरावली श्रेणी की खमनौर पहाड़ीयों से निकलती है एवं चंबल नदी में मिल जाती है।
भादर नदी
भादर नदी गुजरात के राजकोट से निकलकर अरब सागर में गिरती है।
शतरंजी नदी
शतरंजी नदी गुजरात के अमरेली जिले से निकलकर खंभात की खाड़ी में गिरती है।
माण्डवी नदी
माण्डवी नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत के भीमगाड झरने से निकलकर पश्चिम दिशा में बहते हुए गोवा राज्य से प्रवाहित होने के बाद अरब सागर में गिरती है।
जुआरी नदी
जुआरी नदी गोवा राज्य में पश्चिमी घाट से निकलकर पश्चिम दिशा में बहते हुए अरब सागर में गिरती है। यह गोवा की सबसे लंबी नदी है।
शरावती नदी
शरावती नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत की अम्बुतीर्थ नामक पहाड़ी से निकलती है और कर्नाटक राज्य में बहते हुए अरब सागर में गिरती है। जोग जलप्रपात शरावती नदी पर स्थित है।
गंगावेली नदी
गंगावेली नदी कर्नाटक राज्य में पश्चिमी घाट पर्वत से निकलकर कर्नाटक राज्य में बहते हुए अरब सागर में गिरती है।
पेरियार नदी
पेरियार नदी अन्नामलाई पहाड़ी से निकलती है एवं केरल राज्य में बहते हुए अरबसागर में गिरती है। इसे केरल की जीवन रेखा भी कहा जाता है। यह केरल की दूसरी सबसे लंबी नदी है। पेरियार नदी को केरल की जीवन रेखा भी कहा जाता है। इसका प्रवाह क्षेत्र केरल एवं तमिलनाडु राज्यों में है।
भरतपूजा नदी
भरतपूजा नदी का अन्य नाम पोन्नानी है और यह अन्नामलाई से निकलती है। यह केरल की सबसे लंबी नदी है और इसका प्रवाह क्षेत्र केरल एवं तमिलनाडु है।
दामोदर नदी
दामोदर नदी छोटा नागपुर पठार, पलामू जिला, झारखण्ड से निकलती है पूर्व दिशा में बहते हुए पश्चिम बंगाल में हुगली नदी में मिल जाती है। यह अतिप्रदूषित नदी है इसलिए इसे बंगाल का शोक कहा जाता है। इसका प्रवाह क्षेत्र झारखण्ड और पश्चिम बंगाल राज्य है।
स्वर्ण रेखा नदी
स्वर्ण रेखा नदी रांची के पठार से निकलती है। यह नदी पश्चिम बंगाल और उडीसा के बीच सीमा रेखा बनाती है। स्वर्ण रेखा बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
वैतरणी नदी
वैतरणी नदी ओडीसा के क्योंझर जिले से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में जल गिराती है। इसका प्रवाह क्षेत्र ओडीसा एवं झारखण्ड राज्य है।
ब्राह्मणी नदी
ब्राह्मणी नदी की उत्पत्ति शंख नदी और दक्षिणी कोयल नदी के संगम से आरम्भ होती है और सुन्दरगढ़, देवगढ़, अनुगुल, ढेंकानाल, कटक, जाजपुर और केन्द्रापड़ा ज़िलों से बहती है। यह बंगाल की खाड़ी में अपना जल गिराती है।
ताम्रपर्णी नदी
ताम्रपर्णी नदी तमिलनाडु राज्य में बहती है एवं मन्नार की खाड़ी में अपना जल गिराती है। यह अंतःस्थलीय नदी है जो सागर तक नहीं पहुंच पाती और रास्ते में ही लुप्त हो जाती हैं। घग्घर, लुनी नदी इसके मुख्य उदाहरण हैं।
घग्घर नदी
घग्घर नदी एक मौसमी नदी हैं जो हिमालय की निचली ढालों से (कालका के समीप) निकलती है और अनुपगढ़ (राजस्थान) में लुप्त हो जाती हैं। घग्घर नदी को ही वैदिक काल की सरस्वती माना जाता है।
लूनी नदी
लूनी नदी उद्गम स्थल राजस्थान में अजमेर जिले के दक्षिण-पश्चिम में अरावली पर्वत का अन्नासागर है। यह अरावली के समानांतर पश्चिम दिशा में बहती है और कच्छ के रन के उत्तर में साहनी कच्छ में समाप्त हो जाती है
पंबा नदी
पंबा नदी केरल की नदी है और यह बेम्बनाद झील में गिरती है।
पेन्नार नदी
पेन्नार नदी कर्नाटक के कोलार जिले की नंदीदुर्ग पहाड़ी से निकलती है।
वैगाई नदी
वैगाई नदी तमिलनाडु के वरशानद पहाड़ी से निकलती है एवं पाक की खाड़ी में अपना जल गिराती है।
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