मध्यप्रदेश में कितने संभाग है और प्रत्येक संभाग में कितने जिले है? यदि आप भी इस प्रश्न का उत्तर जानना चाहते है तो आज के इस पोस्ट में हम आपको बताएगें कि मध्य प्रदेश में कितने जिले (madhya pradesh me kitne jile hai) हैं। आइये मध्य प्रदेश के जिले और संभाग 2021 विस्तार से जानते है।
Table of Contents
मध्यप्रदेश – Madhya Pradesh (M.P)
मध्यप्रदेश में कितने संभाग और कितने जिले है, यह जानने से पहले आपको यह मध्यप्रदेश जानना बहुत जरूरी है। मध्यप्रदेश हमारे भारत देश का बहुत ही एक बहुत ही प्रमुख राज्य है जो भारत के मध्य में स्थित है। मध्यप्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। इसके मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने पर इसके पुनर्गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ था, जिसे मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के नाम से जाना जाता है।
मध्यप्रदेश में कितने संभाग है 2021 – Madhya Pradesh me kitne sambhag hai
क्या आप जानते है कि MP में कितने संभाग है? यदि नहीं तो हम आपको बता दें की मध्यप्रदेश में 10 संभाग है। इन सभी संभाग के अंतर्गत मध्यप्रदेश के सभी जिलों को बाँट गया है। आइये इसके जिलों को उनके संभाग सहित जानते है।
इंदौर संभाग | इंदौर, अलीराजपुर, खंडवा, खरगोन, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, बड़वानी |
जबलपुर | जबलपुर, कटनी, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, नरसिंहपुर, मंडला, बालाघाट, सिवनी |
भोपाल संभाग | भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, सीहोर |
उज्जैन संभाग | उज्जैन, आगर-मालवा, देवास, नीमच, मंदसौर, रतलाम, शाजापुर |
ग्वालियर संभाग | ग्वालियर, अशोकनगर, गुना, दतिया, शिवपुरी |
सागर संभाग | सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, पन्ना, निवाड़ी |
रीवा संभाग | रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली |
नर्मदापुरम संभाग | होशंगाबाद, बैतूल, हरदा |
चंबल संभाग | श्योपुर, मुरैना, भिंड |
शहडोल संभाग | अनूपपुर, उमरिया, शहडोल |
मध्यप्रदेश में कितने जिले है 2021 – Madhya Pradesh me kitne jile hai
अगर आप जानना चाहते है कि 2021 में कितने जिले है तो हम आपको बता दें वर्तमान में मध्यप्रदेश के 10 संभाग में 55 जिले है। पहले MP में 52 जिले थे, लेकिन इसके बाद 2020 में कमलनाथ सरकार बनने के बाद कैबिनेट की बैठक हुई और मैहर, चाचौड़ा और नागदा को नया जिला बनाए जाने की मंजूरी दी है जिससे अब 55 जिले हो गए है। आइये इन सभी जिलों के बारे में बिस्तर से जानते हैं।
मध्य प्रदेश के जिले की लिस्ट
No. | मध्यप्रदेश के जिले |
1. | आगर मालवा ज़िला |
2. | अनूपपुर ज़िला |
3, | अलीराजपुर ज़िला |
4, | अशोकनगर ज़िला |
5. | इन्दौर ज़िला |
6. | उज्जैन ज़िला |
7. | उमरिया ज़िला |
8. | कटनी ज़िला |
9. | खरगोन ज़िला |
10. | खंडवा ज़िला |
11. | गुना ज़िला |
12. | ग्वालियर ज़िला |
13. | चाचौडा ज़िला |
14. | छतरपुर ज़िला |
15. | छिंदवाड़ा ज़िला |
16. | जबलपुर ज़िला |
17. | झाबुआ ज़िला |
18. | टीकमगढ़ ज़िला |
19. | दतिया ज़िला |
20. | दमोह ज़िला |
21. | देवास ज़िला |
22. | धार ज़िला |
23. | नरसिंहपुर ज़िला |
24. | नीमच ज़िला |
25. | नगादा ज़िला |
26. | पन्ना ज़िला |
27. | बड़वानी ज़िला |
28. | बालाघाट ज़िला |
29. | बैतूल ज़िला |
30. | बुरहानपुर ज़िला |
31. | भिंड ज़िला |
32. | भोपाल ज़िला |
33. | मंडला ज़िला |
34. | डिंडौरी ज़िला |
35. | मंदसौर ज़िला |
36. | मुरैना ज़िला |
37. | मैहर ज़िला |
38. | रतलाम ज़िला |
39. | रीवा ज़िला |
40. | राजगढ़ ज़िला |
41. | रायसेन ज़िला |
42. | विदिशा ज़िला |
43. | सतना ज़िला |
44. | सीधी ज़िला |
45. | सिवनी ज़िला |
46. | सीहोर ज़िला |
47. | शहडोल ज़िला |
48. | शिवपुरी ज़िला |
49. | श्योपुर ज़िला |
50. | शाजापुर ज़िला |
51. | सिंगरौली ज़िला |
52. | सागर ज़िला |
53. | हरदा ज़िला |
54. | होशंगाबाद ज़िला |
55. | निवाड़ी ज़िला |
मध्य प्रदेश आल डिस्ट्रिक्ट नाम
इंदौर संभाग
इंदौर जिला
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग है।
- इंदौर एकमात्र जिला है जिसमें IIT व IIM दोनों स्थित हैं।
- चंबल नदी का उद्गम स्थल समूह की जानापाव पहाड़ियों में है।
- क्षिप्रा नदी का उद्गम काकरी बर्डी पहाडी इंदौर से होता है।
- प्रदेश की मौसम वेधशाला इन्दौर में स्थित है।
- डॉ. अंबेडकर सोशल इंस्टीट्यूट महू में स्थित है।
- MP लोक सेवा आयोग का कार्यालय इंदौर में है।
- मध्यप्रदेश की औधोगिक राजधानी इंदौर है।
खंडवा जिला
- गांजा उत्पादक जिला है।
- प्याज उत्पादक जिला है।
- ओंकारेश्वर में शंकराचार्य की गुफाऍं स्थित हैं।
- दादा धूनीवाले की समाधि स्थित है।
- किशोर कुमार की समाधि स्थित है।
- माख्ननलाल चतुर्वेदी की कर्मस्थली है।
- ओंकारेश्वर में ज्योतिर्लिंग है।
- ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना 520 मेगावाट की है।
बड़वानी जिला
- बड़वानी में चांवल अनुसंधान केंद्र है।
- बड़वानी को निमाड का पेरिस कहा जाता है।
- बड़वानी में आदिनाथ की 72 फुट ऊँची मूर्ति है।
बुरहानपुर जिला
- नेपानगर में नेशनल न्यूज प्रिंट कारखाना है।
- चांदनी ताप विद्युत केन्द्र है।
- प्रदेश का पहला यूनानी चिकित्सा महाविद्यालय बुरहानपुर में है।
- असीरगढ का किला 1601 में अकबर ने जीता था।
- असीरगढ में आशादेवी का मंदिर है।
- बुरहानपुर में मुमताज की मृत्यु हुई थी।
धार जिला
- धार में मांडू को सिटी ऑफ जॉय कहा जाता है।
- यहॉं जहाज महल स्थित है।
- पीथमपुर जो धार जिले में स्थित है और इसे भारत का डेट्रायट (Detroit of India) कहा जाता है।
- धार जिला राजा भोज की राजधानी है।
- धार जिले में भोजशाला है।
- यहाँ बाघ की गुफाएं यहीं स्थित हैं।
- डायनासोर नेशनल पार्क है।
- ज्ञानदूत परियोजना की शुरूवात धार से हुई थी।
खरगौन जिला
- खरगौन- सुनहरा जिला कहा जाता है।
- सिंगाजी का मेला लगता है।
- CISF का प्रशिक्षण केन्द्र बड़वाह में है।
झाबुआ जिला
- आदिवासी शोध संचार केन्द्र स्थित है।
- भगोरिया हाट मेला झाबुआ जिले में लगता है।
- औघौगिक केन्द्र मेघनगर झाबुआ जिले में स्थित है।
- झाबुआ जिले में रॉक फॉस्फेट व एस्बेस्टस पाया जात है।
अलीराजपुर जिला
- अलीराजपुर में आदिवासी खेल विद्यालय है।
- भावरा अलीराजपुर चंद्रशेखर आज़ाद का जन्म स्थान है।
- अलीराजपुर में साक्षरता प्रतिशत न्यूनतम है।
भोपाल संभाग
भोपाल जिला
- भोपाल राजा भोज द्वारा बसाया गया था।
- 26 जनवरी 1972 को भोपाल जिला बनाया गया।
- मध्यप्रदेश का सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व 855 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी भोपाल में है।
- MP के सर्वाधिक 6 विश्व विघालय भोपाल में स्थित हैं।
- RCPV नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल में स्थित है।
- इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल में स्थित है।
- भारत भवन जिसे 1982 में चार्ल्स कोरिया द्वारा डिजाइन किया गया था, वह भोपाल में स्थित है।
- दुष्यंत कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय भोपाल में स्थित है।
- माधवराव सप्रे पत्रकारिता संग्रहालय भी भोपाल में स्थित है।
- देश की सबसे बड़ी मस्जिद-ताजुल मस्जिद व सबसे छोटी मस्जिद ढाई सीढ़ी मस्जिद भोपाल में है।
- भोपाल 5 पहाड़ियों से घिरा है।
- भोपाल में 2-3 दिसम्बर 1984 को यूनियन कार्बाइड से मिथायल आइसो सायनेट गैस का रिसाव हुआ था।
- दोस्त मोहम्मद ने भोपाल को पुनर्स्थापित किया।
सीहोर जिला
- बुधनी में रेल्वे स्लीपर बनाने का कारखाना है।
- प्रदेश का पहला आवासीय खेल विघालय सीहोर में स्थित है।
- सीहोर का पुराना नाम सिद्धपुर था।
विदिशा जिला
- विदिशा का प्राचीन नाम बेशनगर था।
- यहॉं उदयगिरि की गुफाऍं हैं।
- सम्राट अशोक सागर परियोजना है।
- उदयगिरि में नीलकंठ मंदिर स्थित है।
- सम्राट अशोक की पत्नी महादेवी यहीं की रहने वाली थीं।
रायसेन जिला
- सॉंची में बौद्ध् स्तूप है।
- भीमबेटका की गुफाएं है।
- मंडीदीप में ऑप्टिकल फाइबर बनाने का कारखाना है।
- सॉंची बौद्ध् यूनिवर्सिटी यहीं पर स्थित है।
- रातापानी अभ्यारण स्थित है।
राजगढ़ जिला
- ब्यावरा में राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा है।
- नरसिंगढ़ अभ्यारण है।
- राजगढ़ देश का पहला जिला है, जिसने पृथक मानव विकास प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
ग्वालियर संभाग
ग्वालियर जिला
- ग्वालियर दुर्ग को जिब्राल्टर कहा जाता है। इसे महाराजा सूरज सेन ने बनवाया था।
- देश का पहला एडवोकेट ट्रेनिंग सेन्टर है।
- NCC का महिला प्रशिक्षण केन्द्र है।
- AGMP का कार्यालय है।
- महारानी लक्ष्मीबाई शारीरिक विश्वविघालय स्थित है।
- तानसेन का मकबरा है।
- यहां सहरिया जनजाति पाई जाती है।
- राजमाता विजिया राजे सिंधिया कृषि विश्व विघालय स्थित है। 2008 में इसकी स्थापना की गई।
- राजा मानसिंग तोमर संगीत विश्व विघालय स्थापित है।
- गौस मोहम्मद का मकगरा है।
- यहां तेली का मंदिर भी स्थित है, जो द्रविड शैली में बना हुआ मध्यप्रदेश में एक मात्र स्थान है।
- रानी लक्ष्मीबाई की समाधि है।
शिवपुरी जिला
- प्रथम पर्यटन नगरी का दर्जा प्राप्त है।
- NH3 गुजरात है जो प्रदेश का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है।
- यहां माधव राष्ट्रीय पार्क स्थित है।
- यहां जॉर्ज कैसल भवन स्थित है।
- सांख्यराजे सिंधिया की समाधि है।
- शिवपुरी में नरवर का किला स्थित है।
- यहां तात्याटोपे की समाधि स्थित है।
- करैरा अभ्यारण जहां सोन चिरैया का संरक्षण किया जाता है।
- पीर बुधान का मेला लगता है।
गुना जिला
- यहां भू-उपग्रह दूरसंचार केन्द्र है।
- हजीरा-विजयपुर-जगदीश पाइप लाइन स्थित है।
- मालवा व चंबल का प्रवेश द्वार कहलाता है।
अशोक नगर जिला
- अशोकनगर में चंदेरी का किला स्थित है।
- सम्राट अशोक के नाम पर अशोकनगर नाम पडा।
- चंदेरी में बैजु बावरा की समाधि स्थित है।
- मुंगावली में खुली जेल स्थित है।
दतिया जिला
- पीताम्बर पीठ स्थित है।
- दतिया का पूर्व नाम दिलीपनगर था।
- यहां सोनगिरी जैन तीर्थ स्थल स्थित है।
- क्षेत्रफल में सबसे छोटा जिला है।
- गुर्जरा से अशोक अभिलेख प्राप्त हुए है, जिनमें अशोक का नाम अशोक मिलता ह
चंबल संभाग
भिण्ड जिला
- भिंड को बागियों का गढ कहते है।
- सबसे कम बर्षा वाला जिला है।
- सबसे कम लिंगानुपात यहीं पर है।
मुरैना जिला
- इसे 2015 में नगर निगम बनाया गया है।
- सरसों उत्पादक जिला है।
- चंबल नदी पर- चंबल घडियाल परियोजना स्थित है। यहां घडियालों का संरक्षण किया जाता है। तथा डॉल्फिनों का भी संरक्षण करते है।
- पहाडगढ के शैल चित्र प्रसिद्ध् है।
- चम्बल नदी द्वारा मृदा अपरदन सबसे ज्यादा मुरैना जिले में ही किया जाता है।
श्योपुर जिला
- श्योपुर काष्ठ कला के लिए विख्यात है।
- कूनो पालपुर अभ्यारण में गुजरात के गिर से बब्बर शेरों का स्थानांतरण किया जाना था जो स्थगित कर दिया गया है।
रीवा संभाग
रीवा जिला
- सफेद शेरों की भूमि।
- म. प्र.का सबसे ऊंचा जल-प्रपात चचाई बीहड नदी पी स्थित है।
- यहां महामृत्युंजय का मेला लगता है।
- प्रदेश का पहला सैनिक स्कूल स्थित है।
- आम अनुसंधान केन्द्र गोविन्दगढ रीवा में स्थित है।
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविघालय स्थित है।
सीधी जिला
- संजय गांधी राष्ट्रीय उघान स्थित है।
सिंगरौली जिला
- मध्यप्रदेश की ऊर्जा राजधानी है।
- बैठन ताप विघुत केन्द्र रूस की सहायता से बना है।
सतना जिला
- चित्रकूट व मैहर को 2009 में पवित्र नगर घोषित किया गया है।
- चित्रकूट में गधों का मेला लगता है।
- उस्ताद अलाउद्दीन खान की कर्मस्थली मैहर है।
- सतना सीमेंट व बीडी उघोग के लिए प्रसिद्ध् है।
- तुलसी संग्रहालय चित्रकूट में स्थित है।
सागर संभाग
सागर जिला
- सागर में 11वीं शताब्दी की लाखा बंजारा झील स्थित है।
- बुंदेलखण्ड मेडिकल कॉलेज सागर में स्थित है।
- जवाहरलाल नेहरू पुलिस एकेडमी सागर में स्थित है।
- हरिसिंह गौर विश्वविघालय प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविघालय है, अब यह केन्दीय विश्वविघालय बन गया है।
- प्रदेश का सबसे बडा अभ्यारण नौरादेही सागर में स्थित है।
- सागर को भारत का ह्दय कहा जाता है।
- सागर की बीना तहसील में रिफायनरी स्थित है, जो ओमान के सहयोग से बनी है।
- स्टील कॉम्प्लेक्स सागर में स्थित है।
- एरण में सती प्रथा के साक्ष्य मिले है।
- फोरेंसिक साइंस लैब सागर में स्थित है।
छतरपुर जिला
- खजुराहो मंदिर चंदेल वंश के राजाओं ने बनवाये थे। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है।
- ग्रेनाइट नहीं मिलता है।
- पांडव प्रपात छतरपुर में स्थित है।
टीकमगढ़ जिला
- ओरछा में 2005 में रामायण कला संग्रहालय बनाया गया है।
- हरदौल की मनोती मनाई जाती है।
- दमोह में सीमेंट फैक्ट्री स्थित है।
पन्ना जिला
- हीरा उत्पादक जिला है।
- पांडव प्रपात स्थित है।
- ट्री हाउस पन्ना में स्थित है।
- पन्ना प्रोजेक्ट टाइगर से बाघों की समाप्ति हो गई है।
- पुरैना औघौगिक केन्द्र है।
दमोह जिला
- चंदेलों की राजधानी नोहटा यहीं पर स्थित है।
- कुंडलपुर में जैनियों का तीर्थस्थल है।
- पीतल के सामान के लिए प्रसिद्ध् है।
उज्जैन संभाग
उज्जैन जिला
- प्राचीन नाम अवंतिका था।
- प्रत्येक 12 वर्ष बाद सिंहस्त मेला लगता है।
- महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविघालय स्थित है।
- नागदा में कृत्रिम रेशे का उत्पादन होता है।
- उज्जैन में भृतहरि की गुफाऍं स्थित है।
- जंतर-मंतर, संदीपनी आश्रम, कालिया देह, चम्पा बावडी, मंगलनाथ मंदिर स्थित है।
नीमच जिला
- जावद व मनसा में शैलचित्र स्थित है।
- एल्केलॉयड फैक्ट्री स्थित है।
- अफीम उत्पादक जिला है1
- 1857 के विद्रोह की शुरूवात मध्यप्रदेश के नीमच से हुई थी।
- CRPF का ट्रेनिंग सेन्टर स्थित है।
मंदसौर जिला
- प्राचीन नाम दशपुर है।
- स्लेट पेंसिल बनाने का कारखाना है।
- पशुपतिनाथ का मंदिर है।
- गांधी सागर बांध चंबल नदी पर स्थित है।
देवास जिला
- बैंक नोट प्रेस स्थित है, यहॉं 20 रूपये से बडे नोट छापे जाते हैं।
- चमडा काम्पलेक्स स्थित है।
- जाम गोदरानी में पवन ऊर्जा संयंत्र है।
शाजापुर जिला
- कवि बालकृष्ण शर्मा नवीन की जन्मस्थली है।
आगर मालवा जिला
- शाजापुर जिले से अलग करके आगर मालवा 16 अगस्त 2014 को जिला बनाया गया है।
नर्मदापुरम संभाग
होशंगाबाद जिला
- इसे हुशंगशाह ने बनवाया था।
- प्रति हेक्टेयर गेहूँ उत्पादन सर्वाधिक होता है।
- प्रदेश की सबसे उंची चोटी धूपगढ यहीं स्थित है।
- सतपुडा राष्ट्रीय उघान स्थित है।
- मध्यप्रदेश का सबसे बडा रेल्वे जंक्शन-इटारसी।
हरदा जिला
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा जिला है।
बैतूल जिला
- मुक्तागिरी जैन तीर्थस्थल है, यहां जैन धर्म के 56 मंदिर है।
- यहां कॉफी उत्पादन होता है।
- सारणी ताप विघुत केन्द्र यहीं पर है।
- ग्रेफाइट पाया जाता है।
जबलपुर संभाग
जबलपुर जिला
- प्रदेश का सर्वाधिक साक्षरता दर वाला जिला।
- प्रदेश का पहला कृषि विश्वविघालय स्थित है।
- प्रदेश एक मात्र नानाजी देशमुख वेटरनरी विश्वविघालय स्थित है।
- रत्न परिष्करण केन्द्र- जबलपुर।
- बीडी उत्पादन में अग्रणी जिला।
- IIITDM संस्थान- जबलपुर
- मध्यप्रदेश हाइकोर्ट का मुख्यालय स्थित है।
डिंडौरी जिला
- सबसे कम जनसंख्या घनत्व।
- जीवाश्म राष्ट्रीय उघान घुघवा डिंडौरी जिले में स्थित है।
मंडला जिला
- चुटका परमाणु विघुत केन्द्र बनाया जाना प्रस्तावित है।
- कान्हा किसली प्रदेश का सबसे बडा राष्ट्रीय पार्क यहीं स्थित है।
- मोती महल व बघेलिन महल मंडला में है।
कटनी जिला
- इसे चूना नगरी कहा जाता है।
- देश की पहली किन्नर महापौर कमला जान यहीं से बनी थीं।
- स्लीमनाबाद- ठगी प्रथा के अंत के लिए प्रसिद्ध् है।
सिवनी जिला
- पेंच राष्ट्रीय उघान स्थित है। पेंच में मोगलीलैंड बनाया गया है।
- सिवनी से NH-7 गुजरता है।
- एशिया का सबसे बडा मिट्टी का बांध भीम बांध व संजस सरोवर स्थित है।
बालाघाट जिला
- मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की संयुक्त परियोजना बावनथडी यहीं पर स्थित है।
- नक्शलवाद प्रभावित क्षेत्र।
- बैगा जनजाति पाई जाती है।
- मलाजखंड- तांबे के लिए प्रसिद्ध है।
- इसे मैंगनीज नगरी भी कहा जाता है।
- भारवेली की खदान यहीं पर स्थित है।
- बालाघाट में प्रदेश का सर्वाधिक लिंगानुपात है।
- बैगाचक यहीं पर है।
नरसिंहपुर जिला
- बरमान मेला के लिए प्रसिद्ध है।
छिंदवाड़ा जिला
- क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश का सबसे बडा जिला है।
- पाण्ढुर्ना में गोटमार प्रथा प्रचलित है।
- एग्रो कॉम्प्लेक्स यहीं पर स्थित है।
- शीर्ष अदरक उत्पादक जिला है।
- 2015 में नगर निगम घोषित किया गया।
शहडोल संभाग
शहडोल जिला
- सोहागपुर कोयला क्षेत्र प्रदेश का सबसे बडा कोयला क्षेत्र है।
- ओरियंट पेपर मिल अमलाई में स्थित है।
- सोन नदी पर घडियाल अभ्यारण- सीधी व शहडोल जिले की सीमा पर स्थित है।
अनूपपुर जिला
- नर्मदा नदी का उद्गगम अमरकंटक से होता है।
- नर्मदा नदी पर कपिलधारा व दुग्धधारा जलप्रपात स्थित है।
- इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविघालय अमरकंटक में स्थित है।
उमरिया जिला
- बांधवगढ राष्ट्रीय उघान यहीं है, यह 1993 में प्रोजेक्ट टाइगर में सम्मिलित हुआ।
- बिरसिंहपुर पाली में संजय गांधी पात विघुत गृह स्थित है।
यह भी पढ़ें –
यदि आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहें और आपको हमारे द्वारा दी गई पसंद आयी है तो आप इस प्रकार की और अधिक जानकारी के लिए हमारे Facebook के पेज को Like और हमें Twitter पर फॉलो कर सकते हैं।